Udyog Aadhar Registration : उद्योग आधार को शुरू करने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के तहत कंपनी के पंजीकरण की प्रक्रिया को व्यवसाय मालिकों के लिए बहुत सरल और आसान बनाना है। शुरुआती प्रक्रिया बहुत समय लेने वाली थी, जहाँ बहुत सारे कागजी काम करने पड़ते थे। मूल रूप से, यह प्रबंधन का एक पुराना तरीका था। उद्योग आधार की शुरुआत ने पूरी प्रक्रिया में बदलाव ला दिया है, जिससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए यह सरल हो गया है। प्रक्रिया के सरलीकरण के साथ-साथ, सरकार ने उद्योग आधार के माध्यम से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्रेणी के तहत पंजीकरण करने वाली कंपनियों के लिए कई लाभ भी पेश किए हैं। पहले की प्रणाली को उद्यमी ज्ञापन (EM-I/II) कहा जाता था। पुरानी प्रणाली में, प्रक्रिया जगह-जगह अलग-अलग थी। कुछ पंजीकरण के लिए राष्ट्रीय पोर्टल का पालन करते थे, कुछ राज्य पोर्टल का पालन करते थे, जबकि अन्य इसे मैन्युअल रूप से करते थे। उद्योग आधार की शुरुआत ने प्रणाली की एकरूपता में एकरूपता ला दी है। अब, हर कोई कंपनी के पंजीकरण के लिए समान प्रक्रियाओं और नियमों का पालन करता है।
MSME के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
MSME फॉर्म को पूरा करें
दस्तावेजों की तैयारी
MSME आवेदन फॉर्म भरना
आवेदन स्वीकृति और रजिस्ट्रेशन
रजिस्ट्रेशन शर्तें
MSME – मर्ज क्राइटेरिया: निवेश और वार्षिक टर्नओवर
एंटरप्राइज़ प्रकार | माइक्रो एंटरप्राइज | स्मॉल एंटरप्राइज | मीडियम एंटरप्राइज |
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विनिर्माण और सेवा क्षेत्र, दोनों | 1 करोड़ रुपये से कम का निवेश5 करोड़ रुपये से कम टर्नओवर | 10 करोड़ रुपये से कम का निवेश50 करोड़ रुपये तक का टर्नओवर | 50 करोड़ रुपये से कम का निवेश 250 करोड़ रुपये रुपये तक का टर्नओवर |
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MSME लोन आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
- आधार नंबर
- पैन नंबर
- व्यवसाय का पता
- बैंक खाता संख्या
- एनआईसी 2 अंकों का कोड
- निवेश विवरण (संयंत्र/उपकरण विवरण)
- टर्नओवर विवरण (नई एमएसएमई परिभाषा के अनुसार)
- व्यापारियों को MSME बनने से कई तरह के फायदे मिलेंगे। वे अब प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के हकदार हो गए हैं। इस तरह की लेंडिंग में रेगुलर लोन से एक-डेढ़ पर्सेंट तक कम ब्याज पर लोन मिलता है।
- जानकारों के मुताबिक, व्यापारी अब किसी तरह की सिक्योरिटी दिए बिना 'प्रधानमंत्री मुद्रा योजना' के तहत लोन ले सकेंगे। मुद्रा लोन तीन कैटेगरी में से शिशु मुद्रा योजना में 50 हजार रुपए तक, किशोर योजना में 50 हजार रुपए से 5 लाख रुपए और तरुण योजना में 10 लाख रुपए तक दिए जाते हैं।
- MSME को प्राइम मिनिस्टर्स एंप्लॉयमेंट जेनरेशन प्रोग्राम के तहत नया उद्यम शुरू करने के लिए बिना सिक्योरिटी लोन मिलता है। इसमें आवेदक को अपनी तरफ से 10% लगाना पड़ता है और शहरी इलाकों के लिए 15% जबकि ग्रामीण इलाके के लिए 25% की सब्सिडी होती है।
- MAT क्रेडिट को 10 साल के बजाय 15 साल तक कैरी फॉरवर्ड करने की सुविधा मिलती है। उनको पेटेंट रजिस्ट्रेशन फीस पर 50% की सब्सिडी मिलती है। वे इंडस्ट्रियल प्रमोशन सब्सिडी के भी हकदार बन जाते हैं।
- वेंडर से बकाया मिलने में देरी होने पर आरबीआई के इंटरेस्ट रेट का तिगुना चक्रवृद्धि ब्याज वसूल करने का अधिकार मिलता है। उन्हें बिजली बिल में भी रियायत मिलती है। ISO सर्टिफिकेशन चार्ज वापस मिल जाता है। उनको ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी में ब्याज पर एक फीसदी की छूट मिलती है। MSME बनने पर सरकारी टेंडर मिलने में आसानी होती है, क्योंकि उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल सरकारी ई-मार्केट और दूसरे सरकारी पोर्टल से इंटीग्रेट होता है।
- CGTMSE (क्रेडिट गारंटी फंड्स ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइज) के तहत MSME बिना सिक्योरिटी दो करोड़ रुपए तक लोन ले सकते हैं। देनदार के लोन नहीं चुकाने की स्थिति में उसका 85% तक का लोन चुकाने की गारंटी सरकार देती है।
MSME पंजीयन के लाभ
क्या MSME के लोन आवेदकों को बैंक व NBFC से गारंटी के बिना लोन मिल सकता है?
बैंक 10 लाख रुपये तक की लोन राशि के लिए किसी भी गारंटी की मांग नहीं करते हैं।
MSME रजिस्ट्रेशन के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
MSME रजिस्ट्रेशन के लिए कोई भी छोटा या मध्यम व्यवसाय आवेदन कर सकता है।
क्या ऑनलाइन MSME रजिस्ट्रेशन के लिए आधार न० अनिवार्य है?
MSME रजिस्ट्रेशन के लिए, आधार कार्ड अनिवार्य है।